सत्य के मार्ग पर निश्चित होती है जीत: ज्ञानदेव सिंह

जागरणसंवाददता,हरिद्वार:श्रीपंचायतीअखाड़ानिर्मलकीएक्कड़शाखाकाविवादखत्महोनेपरसंतोंनेएकदूसरेकोमिठाईखिलाकरखुशीमनाई।अखाड़ाअध्यक्षश्रीमहंतज्ञानदेवसिंहनेकहाकिसत्यकेमार्गपरचलनेवालोंकीअवश्यहीजीतहोतीहै।अखाड़ेकीएक्कड़कलाशाखापरकब्जाईश्वरकेआशीर्वादसेमुक्तहुआहै।श्रीमहंतज्ञानदेवसिंहमहाराजनेकहाकिकुछलोगजमीनकेलालचकेचक्करमेंअखाड़ोंकीपरंपराओंकोदरकिनारकरअखाड़ोंकीसंपत्तिकोनिजीबनानेकेउद्देश्यसेकामकररहेहैं।उन्होंनेकहाकिअखिलभारतीयअखाड़ापरिषदकेअध्यक्षश्रीमहंतनरेंद्रगिरीकेअथकप्रयासोंवसरकारकोचेतावनीदेनेकेबादहीएक्कड़कलाकीशाखाकोबचायाजासकाहै।महंतदर्शनसिंहशास्त्री,महंतज्ञानसिंह,महंतशिवशंकरगिरी,महंतहरभजनसिंह,महंतसहदेवसिंह,महंतओमकारसिंह,महंतसतनामसिंह,महंतअजबसिंह,महंतभूपेंद्रसिंह,महंतअमनदीपसिंह,महंतकृपालसिंह,ज्ञानीकर्मसिंह,ज्ञानीसुखचैनसिंह,महंतनिशानसिंह,महंतलड्डूसिंह,महंतलखबीरसिंह,महंतहरजेंद्रसिंहआदिमौजूदरहे।