जागरणसंवाददाता,बागेश्वर:बारिशथमनेकेबादगर्मीबढ़तेहीफिरपानीकेलिएहाहाकारमचनेलगाहै।40सालपुरानीयोजनाओंकोमरम्मतकीदरकारहै।लेकिनपेयजलमहकमेहरसालइनयोजनाओंपरलाखोंरुपयेमरम्मतकेनामपरव्ययकररहेहैंबावजूदयोजनाएकसालबादफिरढेरहोरहीहै।
नगरकेलिएबनीकठायतबाड़ापंपिगयोजना,जखेड़ापेयजलयोजना,अमसरकोट,आईवेलभीगर्मीचढ़तेहीपानीकेलिएलोगोकोरुलानेलगीहैं।फिरएकबारपेयजलमहकमेसक्रियहोगएहैंऔरपानीकीआपूíत,मरम्मतकेनामपरलाखोंरुपयेकेआंगणनतैयारहोरहेहैं।अलबत्तानगरसेलेकरगांवतकपानीकेलिएमारामारीमचीहुईहै।शहरकेमजियाखेतकोनियमितपानीकीआपूíतकरनेमेंजलसंस्थानफिसड्डीसाबितहोरहाहै।जिससेलोगोंकोपीनेतककापानीनहींमिलपारहाहै।नलोंमेंपानीनहींआनेसेग्रामीणोंकोगाड़-गधेरोंपरनिर्भरहोनापड़रहाहै।ग्रामीणचंद्रामेहता,उमागुरुरानी,भावनामेहताआदिनेकहाकिसुबहसेपानीकेलिएजद्दोजहदकररहेहैं।
यहांभीपानीकीकिल्लत
घटबगड़,आदर्शकालोनी,च्वालादेवीवार्ड,कठायतबाड़ा,मंडलसेराकेअलावागरुड़,कांडा,काफलीगैर,मन्यूड़ासमेततमामगांवोंमेंपानीकीकिल्लतहोगईहै।लोगपीनेकेपानीकेलिएप्राकृतिकस्त्रोतोंकारुखकररहेहैं।गर्मीबढ़नेसेवहांभीजलस्त्रोतभीसूखनेकेकगारपरपहुंचगएहैं।
पानीकीलाइनोंकोदुरुस्तकियाजारहाहै।जिनस्थानोंमेंपानीकीकिल्लतहैवहांडिमांडपरटैंकरोंसेपानीकीआपूíतकीजारहीहै।
-दीनदयाल,जेई,जलसंस्थान