School in Agra: मेहनत, सहयोग और समझदारी से बदले आगरा के इस विद्यालय के हालात

आगरा,जागरणसंवाददाता। थोड़ीसीमेहनत,सहयोगऔरसमझदारीसेनसिर्फजर्जरविद्यालयकेहालातसुधारेंजासकतेहैं।बल्किवहांस्तरीयशिक्षाप्रदानकरबेहतरशैक्षिकमाहौलभीतैयारकियाजासकताहै।यहसचकरदिखायाहैकंपोजिटविद्यालयनगलारामबलकेप्रधानाध्यापकसंजीवकुमारशर्माने।

वहइसविद्यालयमेंवर्ष2013मेंआएथे।उससमयविद्यालयजर्जरस्थितिमेंथा।नशौचालयथा,नपानीकेलिएपानीकीव्यवस्था।कक्षाकेफर्शमेंबड़े-बड़ेगड्ढेथेऔरप्लास्टरभीआएदिनविद्यार्थियोंपरगिरतारहताथा।

शिक्षकसाथीसेलीप्ररेणा

संजीवकुमारशर्माबतातेहैंकिउनकेसाथीऔरप्राथमिकविद्यालयबुढानसैयदकेप्रधानाध्यापकराजीववर्माद्वारासमाजसेवियोंकेसहयोगसेविद्यालयकीकायाकल्पसेवहप्रभावितथे।उन्होंनेउनसेभीमददमांगीऔरअपनेस्तरसेभीप्रयासकिए।उसकानतीजायहरहाकिउन्होंनेविद्यालयमेंशौचालयबनवाया।विद्युतकनेक्शनलेकरकक्षामेंपंखेवलाइटआदिलगवाई।विद्यालयमेंहैंडपंपहैलेकिनइलाकेकापानीखाराहोनेकेकारणपीनेयोग्यनहींहैइसलिएविद्यार्थियोंकोपीनेकेपानीकीदिक्कतथी।इसकेलिएउन्होंनेलोगोंकीमददसेपानीकीटंकीरखवाईऔरटैंकरसेपानीकीव्यवस्थाकराई।कंपोजिटग्रांटसेविद्यालयकीरंगाईपुताई,फर्शवदीवारोंकीमरम्मतआदिकराई।विद्यालयपरिसरमेंपौधारोपणकराकरट्रीगार्डलगाएऔरदीवारोंपरपेंटिंगकराई।

थोड़ेऔरसुधारकीआस

हालांकिअपनेप्रयासोंसेवहजितनाकरसकतेथे,उन्होंनेकामकरादियाहै।अबवहविभागसेगुहारलगारहेहैंकिविद्यालयमेंबाउंड्रीवालऔरफर्नीचरकीव्यवस्थाकराएं,जोनहींहै।इसलिएबाहरीलोगआजातेहैंऔरबेसहारापशुविद्यालयमेंविचरणकरतेहैं।वहींफर्नीचरनहोनेसेविद्यार्थीटाट-पट्टीपरबैठतेहैं।विद्यालयमेंउनकेअलावादोशिक्षकवएकशिक्षामित्रहैं,लेकिनदोनोंशिक्षकोंकोनुनिहाईऔरनराइचस्थितविद्यालयोंसेसंबद्धकरदियाहै,जिसकारणविद्यालयमेंपंजीकृत127विद्यार्थियोंकीपढ़ाईकीसारीजिम्मेदारीउनकेऔरएकशिक्षामित्रकेकंधोंपरहै।हालांकिउनकेनवाचारीशिक्षणऔरविज्ञानवगणितकीविभिन्नमाडलोंसेपढ़ाईविद्यार्थियोंकोपसंदआतीहैं।लेकिनकुछकमियांहैं,जिनकेदूरहोनेपरविद्यालयऔरबेहतरहोजाएगा।