जागरणटीम,झरिया-जामाडोबा-अलकडीहा-डुमरी:फुसबंगलामोड़केपासरहनेवालेरघुकलसमर्थकरंजीतसिंहउर्फपग्गीकीहत्याबुधवारकीरातबाइकसवारदोयुवकोंनेगोलीमारकरकरदी।क्षेत्रमेंअपनादबदबाकायमकरनेवपुरानीरंजिशकोलेकरगोलीमारीगई।दोनोंहत्यारोंकोस्थानीयलोगोंनेशालीमारकेपासपिस्टलकेसाथदबोचकरजोड़ापोखरथानापुलिसकेहवालेकरदियाथा।
मृतककेभाईहनीसिंहकेबयानपरकमलसेन,नंदनकुमारसहितआठनामजदलोगोंकेखिलाफजोड़ापोखरथानामेंगुरुवारकोमामलादर्जकरायागया।रंजीतकीहत्याकेबादक्षेत्रमेंतनावकामाहौलहै।गुरुवारकेदोपहरमेंपोस्टमार्टमकेबादरंजीतकाशवफुसबंगलापहुंचनेपरपरिवारवस्थानीयलोगोंमेंआक्रोशछागया।लोगशवकेसाथफुसबंग्लामोड़मेंचारघंटेतकसड़कजामकरदिया।आक्रोशितलोगघटनामेंशामिलसभीलोगोंकोगिरफ्तारकरने,जोड़ापोखरथानाप्रभारीआरडीसिंहकाट्रांसफरकरनेकीमांगकररहेथे।भारतीयजनतामोर्चाकेनेतारमेशपांडेयमृतकपरिवारकोन्यायदिलानेघंटोंबैठेरहे।लोगोंनेपुलिसपरअपराधियोंकोसहयोगदेनेवघटनासेजुड़ेअन्यकोगिरफ्तारनहींकरनेकाआरोपलगाया।लोगोंनेसड़कमेंटायरजलाकरपुलिसकेखिलाफआक्रोशजाहिरकिया।
सिदरीकेडीएसपीएकेसिन्हामौकेपरपहुंचेऔरपरिवारवालोंकोन्यायदिलानेकाआश्वासनदिया।कहाकिआरोपितोंकोजरूरसजामिलेगी।लगभगतीनबजेसेसड़कजामसातबजेचारघंटेतकचला।इसकेबादमृतककेपरिवारवालेशवकोउठाकरअंतिमसंस्कारकेलिएलेगये।
पहलेभीरंजीतपरचलीथीगोली:
मृतकरंजीतकेस्वजनोंनेबतायाकिरंजीतरघुकुलसमर्थकथा।पिछलेविधानसभाचुनावमेंकांग्रेसप्रत्याशीपूर्णिमानीरजसिंहकेसाथथा।दोसालपहलेभीरंजीतपरउक्तस्थानपरहीगोलीचलाईगईथी।रंजीतनेइसकीशिकायतजोड़ापोखरथानामेंकीथी।पुलिसकीलापरवाहीसेरंजीतकीजानगई।
दोसालपहलेरंजीतगयाथाजेल:
मृतककेपरिवारवालोंनेबतायाकिरंजीतपरएकमामलेकोलेकरजोड़ापोखरथानामेंमामलादर्जहुआथा।इसवजहसेरंजीतकोसजाभीहुईथी।जेलसेआनेकेबादरंजीतझगड़ासेदूररहताथा।अपनेदोस्तोंकेसाथहीहमेशारहताथा।
गुलगुलियापट्टीमेंहोरहीथीआतिशबाजी,बिजलीगुलथी,तभीमारीगईगोली
स्थानीयलोगोंकाकहनाहैकिबुधवारकीरातफुसबंगलामोड़केपासगुलगुलियापट्टीकेलोगएकव्यक्तिकेजेलसेआनेपरआतिशबाजीकररहेथे।बिजलीगुलहोनेकाफायदाउठाकरआरोपितोंनेरंजीतकोगोलीमारी।आतिशबाजीकीआवाजसेलोगोंकोगोलीकीआवाजपतानहींचला।
लाइटजातेहीसीसीटीवीनहींकरताहैकाम:
जोड़ापोखरथानाप्रभारीआरडीसिंहनेबतायाकिफुसबंगलामोड़मेंसीसीटीवीकैमरालगाहै।लेकिनबिजलीजानेपरयहकामनहींकरताहै।मोड़मेंआएदिनमारपीटवअन्यघटनाएंहोतीरहतीहैं।फुटेजनहींमिलनेसेपुलिसकार्रवाईनहींकरपातीहै।
बचपनसेरंजीतरहताथानानीकेघर
परिवारवालोंनेबतायाकिरंजीतबचपनसेहीनानीकेघरहीरहताथा।रंजीतकीमांनहींहोनेसेनानीउसेअपनेसाथहीरखतीथी।नानीअवतारकौरनेकहाकिबचपनसेजिसकोपालाआजउसीकाशवदेखनापड़रहाहै।रंजीतकेपिताजोगिदरसिंहचालकहैं।
राजनीतिकरंजिशकोलेकररंजीतकीहुईहत्या?
रंजीतकीहत्याराजनीतिकरंजिशमेंतोनहींकीगई।यहचर्चालोगोंमेंहैकिरंजीतरघुकुलसमर्थकथा।घटनाकोअंजामदेनेवालेअपराधियोंकाक्षेत्रमेंआतंककायमहै।हत्यारोंकेबारेमेंकहाजाताहैकिवेलोगहिदूवादीसंगठनकेसमर्थकहैं।पिछलेविधानसभाचुनावमेंभाजपाकेपक्षमेंकामकियाथा।हालांकिस्थानीयलोगअभीखुलकरनहींबोलरहेहैं।डेढ़माहपूर्वरंजीतकीमुंडापट्टीमेंएकउभरतेनेताकेसाथझगड़ाभीहुआथा।पुलिसअगरबारीकीसेजांचकरेंतोचौकानेवालेतथ्यसामनेआसकतेहैं।