नईदिल्ली.यूपीमेंठीकएकसालबादविधानसभाचुनावहोनेहैं.इनचुनावोंमेंअपनीनैयापारलगानेकेलिएकांग्रेसकिसानोंकासहारालेरहीहै.किसानोंकेमुद्देपरकांग्रेससरकारपरलगातारहमलावरभीहै.इसीसिलसिलेमेंकांग्रेसयूपीकेकईजिलोंमेंकिसानपंचायतकाआयोजनकररहीहै.इनपंचायतोंमेंकांग्रेसमहासचिवप्रियंकागांधीखुदकिसानोंकेसाथबातचीतकररहीहैं.
किसानपंचायतकाअगलापढ़ावमथुरामेंहै.प्रियंकापालीखेड़ामेंमंगलवारकोएककिसानपंचायतकोसंबोधितकरेंगी.इसजगहकोराज्यमेंजाटसमुदायकागढ़मानाजाताहै.मंगलवारकीयहकिसानपंचायतभीउसीश्रृंखलाकाहिस्साहै,जोकांग्रेसपश्चिमीउत्तरप्रदेशके27जिलोंमेंकृषिकानूनोंकेविरोधमेंआयोजितकररहीहै.किसानपंचायतमेंशामिलहोनेकेअलावाप्रियंकाबांकेबिहारीकेदर्शनभीकरेंगी.
प्रियंकानेबोलाथाहमला
इससेपहले20फरवरीकोमुजफ्फरनगरजिलेमेंकिसानमहापंचायतकोसंबोधितकरतेहुएप्रियंकागांधीनेप्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीपरजमकरनिशानासाधाथा.उन्होंनेकहाथा,"हमारीपुरानीकहानियोंमेंबतायाजाताहैकिजीतनेकेबादराजाऔररानीअभिमानीहोजातेथे.दोबारप्रधानमंत्रीबननेकेबादप्रधानमंत्रीभीइसीतरहअहंकारीहोगएहैं.केंद्रसरकारकोकिसानोंकासम्मानकरनाचाहिए,लेकिनमोदीजीउनकिसानोंसेबातहीनहींकररहे,जिन्होंनेउन्हेंप्रधानमंत्रीकेरूपमेंचुनाहै.उन्हेंकिसानोंकेसाथबातचीतकरकेउनकीसमस्याओंकोसुलझानाचाहिए."