पाक के खिलाफ प्रदर्शन, लगाए मुर्दाबाद के नारे

संवादसहयोगी,हीरानगर:पाकिस्तानकीगोलाबारीसेप्रभावितचकचंगाछन्नीकेलोगोंनेशनिवारकोगांवकेमुख्यचौकपरपाकिस्तानकेखिलाफप्रदर्शनकरपाकिस्तानमुर्दाबादकेनारेलगाए।प्रदर्शनकारियोंनेकहाकिपाकिस्तानकीगोलाबारीकेकारणनकेवलजानमालकाखतराबनाहुआहै,बल्किउनकाखेतीबाड़ीकाधंधाभीचौपटहोगयाहै।सरकारकोपाककीगोलाबारीकोबंदकरवानेकेलिएसख्तकदमउठानेचाहिए,ताकियहांकेलोगोंकोकिसीप्रकारकानुकसाननहो।पाकिस्तानजिसभीभाषामेंसमझताहैउसकोउसीभाषामेंसमझानाचाहिए।

स्थानीयकिसाननरेशकुमार,करतारचंद,तिलकराज,गणेशदास,हीमराज,दौलतराम,पवनकुमारकाकहनाहैकिपाकिस्तानकीगोलाबारीकेकारणगांवकी1200कनालजमीनपरपिछलेपांचसालोंसेखेतीबंदहोगईहै।इसकाकिसानोंकोनतोमुआवजामिलरहाहैऔरनहीउसमेंखेतीकीजासकतीहै।उन्होंनेकहाकिपाकिस्तानकीगोलाबारीकेकारणलोगोंकोबार-बारपलायनकरनापड़ताहै।प्रशासनपलायनकरनेवालेलोगोंकेलिएसिर्फस्कूलखोलदेताहै,वहांठहरनेकेउचितप्रबंधनहींकिएजातेहैं।इसकारणउनकोपरेशानीकासामनाकरनापड़ताहै।

लोगरातकोजातेहैंऔरदिनमेंदोबारावापसआनापड़ताहै।

ग्रामीणोंकाकहनाहैकिपिछलेचारसालोंमेंलोगोंकोकईबारपलायनकरनापड़रहाहै।पाकिस्तानकीगोलाबारीसेप्रतिदिनसेनाकेजवानशहीदहोरहेहैं,लेकिनसरकारउचितकदमनहींउठारहीहै।उनकाकहनाहैकिजितनेसैनिकपाककीगोलाबारीकेकारणशहीदहोरहेहैं,इतनेतो1965केयुद्धमेंभीनहींशहीदहुएथे।उन्होंनेकहाकिसरकारकोपाकिस्तानकेखिलाफसख्तकारवाईकरनीचाहिए,ताकिलोगोंकोबार-बारपलायनकारास्तानअपनानापड़े।