संवादसूत्र,मूसानगर:हिचकोलेखातेवाहनोंकोदेखकरनहींलगताकियहमुगलरोडहै।किसीगांवकीछोटीसीसड़कसेभीगुजरीदशाइसइससड़ककीहोचुकीहै।देखनेमेंतोयहसड़ककमगड्ढोंवालामार्गलगताहै।इसेदेखकरपताहीनहींचलपाताकिगड्ढोंमेंसड़कहैयासड़कपरगड्ढे।
मुगलरोडमेंजगह-जगहगड्ढेवमुगलरोडकेकिनारेघरोंकागंदापानीभरारहनेसेआमनागरिकोंकेआवागमनमेंपरेशानीहोरहीहै।मूसानगरमेंमुगलरोडमंडीगेटकेसामनेसेलेकरमांमुक्तेश्वरीमंदिरगेटकेसामनेमुगलरोडपरकईजगहगड्ढेहोगएहैं।गड्ढोंमेंइससमयवर्षाकापानीभराहै।यहांगिरकरऔरफिसलकरराहगीररोजानागिरतेदिखाईदेरहेहैं।मूसानगरमेंहीमुगलरोडकेकिनारेदोनोंओरबनीनालियोंकीसाफसफाईनाहोनेसेघरोंकागंदापानीभीसड़ककेदोनोंओरभरारहताहै।चौड़ीसड़कहोनेकेबावजूदभीसड़कपानीभरनेसेसिकुड़गईहै।यहांकेनिवासीविजयकुमार,संजयसिंह,फरीदअहमदआदिकाकहनाहैकिलॉकडाउनकेबादसड़कोंपरट्रकोंएवंअन्यवाहनोंकीआवाजाहीबढ़नेकेचलतेमुगलरोडपरजगह-जगहगड्ढेहोगएहैं।उन्हींगड्ढोंमेंभरापानीजबउनमेंचारपहियावाहनकापहियापड़ताहैतोपानीराहगीरोंकेऊपरगिरताहै।पीडब्ल्यूडीकेजेईसंदीपकुमारनेबतायाकिमेरेसंज्ञानमेंहै,जल्दप्रयासकरकेसड़ककेगड्ढोंकोठीककरादेंगे।