कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला पंचतत्व में विलीन

जयपुर,एकअप्रैल(भाषा)गुर्जरआरक्षणसंघर्षसमितिकेनेतारहेकर्नल(सेवानिवृत्त)किरोड़ीसिंहबैंसलाकाशुक्रवारकोकरौलीजिलेस्थितउनकेपैतृकगांवमुंडियामेंसैन्यसम्मानकेसाथअंतिमसंस्कारकियागया।84वर्षीयबैंसलाकाबृहस्पतिवारकोजयपुरमेंनिधनहोगयाथा।उनकेबड़ेबेटेनेउन्हेंमुखाग्निदी।बृहस्पतिवारतड़केतबियतबिगड़नेपरबैंसलाकोजयपुरकेएकनिजीअस्पताललेजायागयाथाजहांचिकित्सकोंनेउन्हेंमृतघोषितकरदियाथा।इससेपूर्वबैंसलाकेपार्थिवशरीरकोजयपुरस्थितउनकेनिवासस्थानसेसेनाकेफूलोंसेसजेएकट्रकमेंउनकेपैतृकनिवासकरौलीकेमुंडियागांवलेजायागया।करीब150किलोमीटरकीयात्राकेदौरानबड़ीसंख्यामेंउनकेसमर्थकअपने-अपनेवाहनोंसेमुंडियागांवपहुंचे।समर्थकोंनेयात्राकेदौरानबैंसला‘अमररहे’केनारेलगाये।उनकेपैतृकगांवमुंडियामेंबैंसलाकेअंतिमसंस्कारकेदौरानमहिलाओं,परिजनोंसमेतबड़ीसंख्यामेंमौजूदलोगोंनेनमआंखोंसेउन्हेंविदाईदी।करौलीजिलाकलेक्टरराजेन्द्रसिंहशेखावतनेबतायाकिबैंसलाकेअंतिमसंस्कारकेदौरानपर्यटकमंत्रीविश्वेन्द्रसिंहऔरउद्योगमंत्रीशकुंतलारावत,विधानसभामेंप्रतिपक्षकेनेताराजेन्द्रराठौड़,विधायकजोगेन्द्रअवाना,दिल्लीविधानसभामेंप्रतिपक्षकेनेतारामवीरसिंहविदूड़ी,भारतीयकिसानयूनियनकेनेताराकेशटिकैतमौजूदथे।करौलीपुलिसअधीक्षकशेलेन्द्रसिंहनेबतायाकिबैंसलाकेअंतिमसंस्कारमेंउन्हेंश्रृद्धांजलिदेनेकेलिएकरीब35से40हजारलोगमुंडियागांवपहुंचेथे।उल्लेखनीयहैकिबैंसलाराजस्थानमेंगुर्जरआरक्षणकोलेकरचलेआंदोलनकेअगुवावप्रमुखचेहरारहे।साल2007व2008मेंचलेइसआंदोलनमेंपुलिसगोलीबारीवअन्यहिंसकघटनाओंमें70सेअधिकलोगोंकीमौतहोगईथी।इसआंदोलनकाअसरभरतपुर,करौली,दौसावसवाईमाधोपुरजिलोंमेंदेखनेकोमिलाथा।बैंसलाने2009मेंभारतीयजनतापार्टी(भाजपा)केटिकटपरचुनावभीलड़ेजिसमेंउन्हेंमामूलीवोटोंसेहारकासामनाकरनापड़ा।बैंसलानेतीनदशकतकसेनामेंअपनीसेवाएंदीं।उन्होंने1962केभारत-चीनयुद्धतथा1965व1971केभारत-पाकिस्तानयुद्धमेंहिस्सालियाथा।सेनासेसेवानिवृत्तिकेबादउन्होंनेगुर्जरोंकेलिएशिक्षावनौकरियोंमेंआरक्षणकाआंदोलनछेड़ा।गुर्जरोंकेलंबेआंदोलनकेबादराज्यसरकारनेएकनईश्रेणीअतिपिछड़ावर्ग(एमबीसी)सृजितकरतेहुएगुर्जर,रायका-रेबारी,गाडियालुहार,बंजाराऔरगडरियासमाजकेलोगोंकोसरकारीनौकरियोंऔरशिक्षणसंस्थानोंमेंप्रवेशकेलिएपांचप्रतिशतकाआरक्षणदिया।