कोरोना तो मार ही रहा, हाथी भी नहीं छोड़ रहा

बिरनी(गिरिडीह):कोरोनासंक्रमणसेबचनेकेलिएलोगअपनेअपनेघरोंमेंकैदहैं।हाथियोंनेबुधवारदेररात्रिकोचानोगांवमेंप्रवेशकरजमकरउत्पातमचाया।गहरीनिद्रामेंसभीलोगअपनेघरोंमेंसोरहेथे।हाथियोंकीगर्जनासुनकरडरसेलॉकडाउनकाउल्लंघनकरसभीअपने-अपनेघरसेबाहरनिकलगए।हाथियोंसेबचनेकेलिएघरोंकेबगलमेंउन्होंनेअलावजलायाएवंटीन,ढोलआदिपीटनाशुरूकरदिया।हाथियोंनेगांवकेसुभाषकुमारमहतोवसुनीलयादवकीचारदीवारीतोड़करजेठुआफसल,प्याज,मकई,टमाटरवगेहूंकोनष्टकरदिया।दामोदरयादव,महेशयादव,दिनेशयादव,टहलमहतो,प्रकाशयादव,बैजनाथयादव,बैजनाथसिंह,शनिचरसिंह,भोलासिंह,सुखदेवसिंह,भीखीसिंह,आदिदर्जनाधिककिसानोंकीगेहूं,प्याज,बैंगन,चना,अरहरआदिफसलोंकोनष्टकरदिया।

ग्रामीणोंकाकहनाहैकिआधीरातकोहाथीगांवमेंपहुंचे।इसकारणउन्होंनेसिर्फफसलोंकोहीनष्टकियाहै।किसीकेघरकोवजानकीक्षतिनहींहुई।बचनेकेलिएग्रामीणोंनेअपनीतरफसेकाफीउपायकिया,तबउन्हेंराहतमिली।उन्हेंजानकारीनहींहोतीतोकईलोगोंकेघरवजानमालकीभीक्षतिहोजाती।काफीप्रयासकेबादगुरुवारअहलेसुबहहाथियोंकोचानोजंगलहोतेहुएबराकरनदीपारहजारीबागजिलेकेचौबेजंगलकीओरभेजदियागया।इसकीसूचनावनविभागकोग्रामीणोंनेदेदी।सूचनाकेआधारपरवनउपपरिसरपदाधिकारीबीरेंद्रकुमारनेवहांपहुंचकरक्षतिकीगईफसलवचारदीवारीकीजांचकी।

पीड़ितकिसानोंकोविभागकेनामपरआवेदनदेनेकोविभागकीओरसेकहागया।कहाकिउन्हेंवनविभागकीओरसेमुआवजादियाजाएगा।