धर्मबीरसिंहमल्हार,तरनतारन:प्रदेशकेपूर्वमुख्यमंत्रीकैप्टनअमरिदरसिंहकीओरसेअपनीनईपार्टीबनानेकेबादकांग्रेसकेकुछविधायकोंकोनिशानाबनानाशुरूकरदियागयाहै।पंजाबदाकैप्टनफेसबुकपेजपरपूर्वमुख्यमंत्रीनेखेमकरणहलकेकेविधायकसुखपालसिंहभुल्लरसेसाढ़ेचारसालकेदौरानसरकारकीओरसेदीगईग्रांटोंकाहिसाबमांगाहै।इसकेबादखेमकरणहलकेकीसियासतगरमागईहै।इसकेसाथहीविसहलकाअमृतसरदक्षिणीसेइंद्रबीरसिंहबुलारियासेउन्होंनेजवाबमांगाहै।कैप्टनअमरिदरसिंहनेफेसबुकपरडालीपोस्टमेंदावाकियाहैकिमंडीबोर्डको93.10करोड़,ग्रामीणविकासकेलिए92.77करोड़,शहरीविकासकेलिए24.94करोड़,जलसप्लाईऔरसेनिटेशनकेलिए18.63करोड़,शिक्षाविभागकेलिए18.31करोड़,बिजलीविभागकेलिए80.96करोड़,सेहतविभागकेलिए0.76करोड़,भूमिगतपाइपलाइनकेलिए0.55करोड़कीराशिजारीकीगईहै।येकुलराशि330करोड़दोलाखरुपयेबनतीहै।ग्रांटोंकेघोटालेकीहोनीचाहिएजांच:प्रो.वल्टोहा
पूर्वसीपीएसविरसासिंहवल्टोहानेकैप्टनअमरिदरसिंहकीओरसेहलकाविधायकसुखपालसिंहभुल्लरबाबतडालीगईपोस्टपरचुटकीलेतेहुएदावाकियाहैकिजारीग्रांटोंमेंसे300करोड़रुपयेकाघोटालाहुआहै।उन्होंनेकहाकिखेमकरणहलकेमेंजिसप्रकारग्रांटेंजारीकीगई,उसकेमुताबिकप्रत्येकगांवकेविकासकेलिएदोकरोड़कीराशिआईहोगीजबकिबड़ीमुश्किलसेपांचसेदसलाखविकासकार्योपरखर्चहुएहैं।प्रो.वल्टोहाकहतेहैंकिइसमेंकथिततौरपरघोटालाहुआहै,जिसकीजांचहोनीचाहिए।उन्होंनेआरोपलगायाकिखेमकरणहलकेमेंशराबऔररेतकाअवैधकारोबारहलकेमेंचलरहाहै।विधायकभुल्लरबोले,अमरिदरसिंहअबसीएमनहींरहे,उन्हेंहिसाबदेनेकामतलबनहीं
खेमकरणकेकांग्रेसविधायकसुखपालसिंहभुल्लरकहतेहैंकिसाढ़ेचारवर्षकेदौरान330करोड़सेअधिकग्रांटजारीहुईं।इसकोईमानदारीकेसाथखर्चकियागयाहै।भुल्लरनेकहाकिवहराजनीतिमेंकमाईकरनेकेलिएनहींआएबल्किजनताकीसेवाकेलिएआएहैं।विरसासिंहवल्टोहाकोउनकेसपनेआतेरहतेहैं।भुल्लरकहतेहैंकिफेसबुकपोस्टपरकैप्टनअमरिदरसिंहद्वारापोस्टडालकरजारीग्रांटोंकाहिसाबमांगनाउन्हेंअटपटालगताहैक्योंकिवहअबपंजाबकेकैप्टनवसीएमनहींरहे।ऐसेमेंउन्हेंहिसाबदेनेकाकोईमतलबनहीं।भुल्लरनेकहाकिवहकांग्रेसपार्टीकोसमर्पितहैं।विकासकरवायाहैऔरकरवातेरहेंगे।कैप्टननेइनविधायकोंसेमांगाहैग्रांटोंकाहिसाब
सुखपालसिंहभुल्लर(विसहलकाखेमकरण)
इंद्रबीरसिंहबुलारिया(विसहलकाअमृतसरदक्षिणी)
कुलजीतसिंहनागरा(विसहलकाफतेहगढ़साहिब)
कुलदीपसिंहवैद्य(विसहलकागिल)
परमिदरसिंहपिकी(विसहलकाफिरोजपुरशहरी)
अंगदसिंह(विसहलकानवांशहर)
मदनलालजलालपुर(विसहलकाघनौर)
प्रगटसिंह(विसहलकाजालंधरकैंट)
बरिदरजीतसिंहपाहड़ा(विसहलकागुरदासपुर)
कुलबीरसिंहजीरा(विसहलकाजीरा)