..कैमूर पहाड़ी के कई गांवों में सहेजा जा रहा बूंद-बूंद पानी, लहलहाने लगी फसल

रोहतास:कैमूरपहाड़ीपरबसेगांवोंमेंकेलोगोंसेबेहतरपानीकामूल्यजिलेकेकमहीलोगजानतेहोंगे।जहांकुछवर्षपूर्वतकचुंआकापानीपीनेकेउपयोगमेंलातेथे।इसकेलिएभीवेउन्हेंतीनसेचारकिलोमीटरकीदूरीतयकरनीपड़तीथी।कईलड़कोंकीशादीइसलिएयहांनहींहोतीथीकिइनगांवोंमेंबेटीकोपानीलानेकेलिएमीलोंदूरजानापड़ेगा।जलाशयोंकेअभावमेंभू-स्वामीहोतेहुएभीधान-गेहूंकीफसलनहींकाटपातेथे।अबस्थितियांबदलीहैं।इनपहाड़ीगावोंमेंबिजलीऔरनहरकीव्यवस्थानहींरहनेकेबादभीफसलेंलहलहारहीहै।इसकेपीछेसबसेबड़ाकारणयहहैकियहांकेलोगोंमेंजलसंचयकीप्रवृत्तिबढ़ीहै।सरकारकासाथमिलतेहीयेबूंद-बूंदपानीकोसहेजनाशुरूकरदियाहै।जलजीवनहरियालीकार्यक्रमकेतहतमनरेगाऔरकृषिविभागद्वारापहाड़ीगावोंमें260आहारपरबांधोंकानिर्माणकरायागयाहै।पांचकुंएभीबनाएगएहैं।कईजगहोंपरचेकडेमकानिर्माणकियागयाहै।जिससेछोटीछोटीपहाड़ीनदियोंकापानीसहेजकरखेतीकार्यमेंउपयोगकिएजारहेहैं।जिससेतीनदर्जनगावोंमेंअबधानकीफसलभीलहलहारहीहै।

रोहतासगढ़पंचायतकेबुधुआंगांवनिवासीरामलालयादव,रामाधारसिंहखरवार,पीपरडीहपंचायतकेजोन्हागांवनिवासीरामलालउरांव,सोलीगांवकेलक्षणउरांव,पैक्सअध्यक्षराजनाथउरांवसमेतअन्यलोगोंकाकहनाहैकिपानीकेअभावमेंपहलेयहांपरआधिकांशकिसानज्वारबाजरामक्काअरहरजैसेकमपानीवालीफसलउगाकरअपनेभरणपोषणकीव्यवस्थाकरतेथे।कईगावोंमेंपेयजलकीकोईव्यवस्थानहींथी।कोसोंदूरसेचुआं(पहाड़केपासगढ्ढे)कापानीपीनेकेलिएलानापड़ताथा।इनगांवोंमेंकोईअपनीबेटीब्याहनेकेलिएइसलिएतैयारनहींथाकिउसेपानीढोनापड़ेगा।अबस्थितियांबदलगईहै।बुधुआ,धंसा,नकटी,भवनवा,सोली,सलमा,लौड़ी,कुबा,कोरहास,हूरमेटा,जेमरदागसमेततीनदर्जनगांवोंकेलोगपानीसहेजनेकेलिएलोगजागरूकहोगएहैं।जलजीवनहरियालीकार्यक्रमकेतहतमनरेगाऔरकृषिविभागकेभूमिसंरक्षणसंभागद्वारापहाड़ीगावोंमेंपांचकरोड़17लाख40हजाररुपयेकीलागतसे260(आहारपरबांध)औरपांचकुंआकानिर्माणकरायागयाहै।वहीमनरेगासेभीकईचेकडैमबनाएगएहैं।जिससेछोटीछोटीपहाड़ीनदियोंकापानीरोककरखेतीकार्यकिएजारहेहैं।जिससेतीनदर्जनगावोंमेंधानकीखेतीभीपर्याप्तमात्रामेंकीजानेलगीहै।रोहतासगढ़पंचायतकेपहाड़ीगावोंमें220बांधऔरपांचकुंआबनवायागयाहै।जबकीनौहट्टाप्रखंडकेपीपरडीहपंचायतमें40बांधऔरएकचेकडैमनिर्माणहुआहै।प्रत्येकबांधकेनिर्माणपरलगभग20हजाररुपयेकिसानोंद्वाराव1.80लाखसरकारद्वाराराशिदीगईहै।

पहाड़ीक्षेत्रोंमेंनयाबांध,चेकडैम,कुंआनिर्माणकराजलसंचयकेलिएजागरूककियागयाहै।जिससेइससेक्षेत्रमेंजलस्तरभीबनारहेगाऔरकिसानफसलकीसिचाईभीकररहेहैं।बांधपरपौधारोपणकरपर्यावरणकोभीसंतुलितकियाजारहाहै।चेकडैमवपहाड़ीसेवर्षाजलकोबांधबनाकरसहेजनेसेयहांफसलेंलहलहानेलगीहैं।

अजीतकुमारयादव,सहायकनिदेशक

भूमिसंरक्षण,सासाराम