जल ही जीवन है..

सीतापुर:जलहीजीवनहैइसकेबिनाजीवनकीकल्पनामुश्किलहै।नगरपालिकाकीलापरवाहीसेतीनदिनसेबहुमूल्यजलकेलिएकांशीरामकालोनीवासीसंघर्षकररहेहैं।खुशबूकालोनीकेब्लॉकनंबर59कीचौथीमंजिलपररहतीहैं।परिवारमेंआठलोगहैं।पेयजलसप्लाईठपहुईतोपानीकेलिएदसबारजीनेचढ़नेपड़े।हाथोंमेंपानीकीबाल्टीलेकरपहुंचीतोखानाबननाशुरूहुआ।पंपखराबहोनेकेबादसेयहीजिम्मेदारीआसिफ,अनीता,गोलू,कृष्णाकोउठानीपड़रहीहै।पानीकेलिएइनबच्चोंकोबाल्टीलेकरपूरेदिनयहांसेवहांचक्करलगानापड़ा।शहरकेकांशीरामकालोनीमेंपानीकेलिएमचाहाहाकारबुधवारकोभीशांतनहींहुआ।चंदेसेठीककराईटंकी

ब्लॉकसंख्या38मेंरहनेवालेगोलू,कुलदीपदीक्षित,अशोककुमार,छन्नूआदिनेचंदालगाकरब्लॉककेसामनेबनीस्टैंडपोस्टटंकीकोसहीकराकरपानीकीसमस्याकाहलनिकाला।

-गर्मीमेंपानीहीसहाराहोताहै।पंपखराबहोनेसेपानीकीबाल्टीलेकरदसबारचारमंजिलकीसीढि़यांचढ़नीपड़रहीहैं।पानीखर्चकरनेसेपहलेदसबारसोचनापड़रहाहै।

-कुसुमलता-खानाबनानेसेलेकरनहानावअन्यकामोंकेलिएपानीचाहिएहोताहै।तीनदिनसेपानीकेलिएबहुतकिल्लतहै।पानीकेलिएसुबहसेहीलाइनलगानीपड़तीहै।

-घरमेंसभीरोजेदारहैं।सुबहउठकरपहलेनलकेपासखड़ाहोनापड़ताहै।पानीकेलिएलगभगएककिलोमीटरकाचक्करलगानापड़रहाहै।कोईभीअधिकारीमौकेपरनहींआयाहै।

-पेटमेंबच्चाभीहै।पतिसुबहहीकामपरचलेजातेहैं।बादमेंपानीलानेकेलिएखुदहीपुलिसचौकीकेपासवालेनलपरलाइनलगानीपड़तीहै।

-पानीकेलिएसुबहसेछोटीलड़कीवलड़केकोनलपरभेजाहै।बच्चेपांचचक्करलगाचुकेहैं।हमारीसमस्याकेबारेमेंकोईभीध्याननहींदेरहाहै।कुसुमाकांशीरामकालोनीमेंपंपसहीकरायाजारहाहै।राततकपानीसमस्यादूरहोजाएगी।वैकल्पिकव्यवस्थाकेतहतदिनमेंदोटैंकरभेजेगएथे।कालोनीमेंलगेनलोंमेंएकनलहीसहीहै।बाकीसहीकराएजाएंगे।

सौम्यामिश्रा,जलकलअभियंतानगरपालिकासीतापुरआंकड़ोंमेंहकीकत

ओवरहेडपानीटंकी-एक(पंपखराब)

हैंडपंप-30(29खराब)

स्टैंडपोस्टटंकी-6(पांचखराब)

गेटपरलगानल-एक(चालू)

भेजेगएटैंकर-दो