उदयपुर, सुभाषशर्मा।लोकसभाचुनावमेंजहांराष्ट्रीयमुद्देअहमहोतेहैंलेकिनइसके विपरीतमेवाड़-वागड़केआदिवासीइलाकेमेंस्थितिएकदमविपरीतहै।मेवाड़-वागड़कीआदिवासीबहुलबांसवाड़ा-डूंगरपुरलोकसभासीटपरजीतका आधारजातिगतहै।इसकेअलावाजोमुद्देअहमहैं,वहपानीऔररेल।यही मुद्देप्रत्याशीकीजीतऔरहारतयकरेंगे।
दोनोंजिलोंकीसबसेबड़ीमांगहैरेलऔरपानी।विधानसभाचुनावसेपहले भाजपानेआठसौकरोड़रुपयेकीलागतसेपेयजलयोजनाकीघोषणाकीथीलेकिन यहयोजनाप्रगतिनहींलेसकी।इसकेअलावाबांसवाड़ाजिलेकीसबसेअहम मांगरेलकीहै।जिसेआजादीकेबादसेउठायाजारहाहैलेकिनआजतकउनकी मांगपूरीनहींहोपाई।
हालांकियूपीएसरकारनेजिलेमेंरेललाइनकीघोषणाकीथीलेकिनसरकार बदलनेकेसाथहीयहयोजनाठंडेबस्तेमेंचलीगई।एनडीएसरकारनेरेलवे केबांसवाड़ामुख्यालयस्थितकार्यालयपरभीतालेलगादिए।इसीतरहरतलाम सेडूंगरपुररेलवेलाइनकेविस्तारकाशिलान्यासकियागयाथा।डूंगरपुर मेंरेलवेसंचालितहैं,लेकिनउदयपुर-डूंगरपुर-अहमदाबादरेलवेकाकाम धीमीगतिसेचलरहाहै,जिसकेतीनसालहोगएहैं।इसकारणदोसालसे रेलवेकासंचालनबंदपड़ाहुआहै।काममेंदेरीकीवजहसमयपरबजटनहीं मिलाहै।अबफिरसेलोकसभाचुनावमेंदोनोंहीराजनीतिकदलइसमुद्देको प्रमुखतासेउठाएंगे।
बांसवाड़ामेंमाहीबांधकाअथाहपानीहोनेकेबादभीकुशलगढ़,सज्जनगढ़ औरघाटोलकेक्षेत्रनॉनकमांडक्षेत्रहैं।जहांसिंचाईकेपानीके साथ-साथपेयजलकीभीकाफीकिल्लतहै।वहींडूंगरपुरमेंतोपानीहीसबसे बड़ामुद्दाहै।चौरासीक्षेत्रकेदोसौसेअधिकगांवोंकीपेयजल आपूर्तिकेलिएकडाणाबेकवाटरसेपानीलेनेकेप्रोजेक्टअटकेहुएहैं। वहांओपनवेलऔरट्यूबवेलसेपानीपहुंचायाजाताहै।
70ग्रामपंचायतों मेंपानीकाजरियाहैंडपंपहीहैं।कडाणाबेकवाटरकेप्रस्तावजलदाय विभागकेपूर्वमंत्रीसुशीलकटारानेभेजेथे,मामलाकेंद्रकी जलसमितिकेपासअटकाहुआहै।इसमेंगुजरातऔरराजस्थानसरकारकीजल समझौतानीतिकेतहतफंसाहुआहै।पिछले20वर्षसेभीखाभाईनहरकाकामचल रहाहै।हरपांचवर्षमांगका10प्रतिशतबजटमिलनेसेकामआजतकपूरा नहींहुआहै।सागवाड़ाऔरसीमलवाड़ा(चौरासी)क्षेत्रकीसबसेबड़ीसिंचाई परियोजनाहै।
ग्रामीणक्षेत्रोंजारीहैपलायन लोकसभाक्षेत्रमेंकोईबड़ाउद्योगनहींहोनेसेयहांग्रामीणोंका पलायनसबसेज्यादाहै।डूंगरपुर-बांसवाड़ामेंरोजगारकेपर्याप्तसाधन नहींहोनेकेकारणयहांकेलोगगुजरातऔरमहाराष्ट्रऔरमध्यप्रदेशके शहरोंपररोजगारकेलिएनिर्भरहैंऔरहरसालइनकापलायनबढ़रहाहै। यहांकेबहुसंख्यकलोगसूरतकीकपड़ाऔरडायमंडइंडस्ट्रीजमेंकार्यरत हैं।रेलवेकेअभावमेंयहांउद्योगधंधेभीस्थापितनहींहोरहेहैं। बांसवाड़ामेंप्रस्तावित3पावरप्लांटभीनिरस्तकरदिएगए।वहीं डूंगरपुरमेंराज्यसरकारकीओरसेनेशनलहाईवेआठपरनयाऔद्योगिक क्षेत्र20सालकागजोंमेंचलरहाहै।यहांपररियायतीदरमेंकोईभी बड़ाउद्योगनहींलगासके।यहीसे50किलोमीटरदूरगुजरातकेहिम्मतनगरमेंटाइल्सउद्योगकी8बड़ीफैक्ट्रीऔर20छोटीफैक्ट्रीचलरहीहैं।
जिसकाकच्चामटेरियलडूंगरपुरसेजाताहै। बीटीपीकेचलतेजातिवादकोबढ़ावामिला अनुसूचितजनजातिकेलिएआरक्षितसीटहोनेकेबावजूदयहांबीटीपीकेउदय केसाथजातिवादकोज्यादाहवामिलीहै।बीटीपीइसबारजनसंख्याकेअनुपात सेआरक्षणकेमुद्देकोउठारहीहै।बीटीपीनेताओंकातर्कहैकिआदिवासी बहुलक्षेत्रमेंजनसंख्याकेअनुपातकेअनुसारहीसरकारीसेवाओंमें आरक्षणलागूकियाजाए।