बीजेपी स्थापना दिवस: बढ़ता ही रहा कारवां, 2 सीटों से 282 पर खिला कमल, 21 राज्यों में बनी भगवा सरकार

अमीशराय,नईदिल्ली6अप्रैल,1980तबकेबॉम्बेऔरआजकेमुंबईकीएकशाम।देशमेंएकनईपार्टीकाजन्महोरहाथाऔरआनेवालेभारतकाराजनीतिकभविष्यलिखाजारहाथा।पार्टीथीबीजेपीऔरअध्यक्षबनेथे,पूर्वपीएमअटलबिहारीवाजपेयी।1951केजनसंघकारूपांतरणकहीजानेवालीबीजेपीकेइसपहलेराष्ट्रीयअधिवेशनमेंअटलनेएकभविष्यवाणीकरनेकासाहसदिखायाथा।आजमोदी-शाहकेनेतृत्वमेंबीजेपीनेनकेवलउसभविष्यवाणीकोसहीसाबितकरदियाबल्किपार्टीकोउसक्षितिजकेपारभीलेगए,जिसकासपनाशायदअटलनेभीनहींदेखाथा।उसशामवाजपेयीनेकहा,'मैंभारतकेपश्चिमीघाटकोमंडितकरनेवालेमहासागरकेकिनारेखड़ेहोकरयहभविष्यवाणीकरनेकासाहसकरताहूंकिअंधेराछटेगा,सूरजनिकलेगा,कमलखिलेगा।'इसघोषणाकेठीक34सालबाद2014मेंऐसाकमलखिलाकिआजकेंद्रवदेशके21राज्योंमेंअपनेदमपरयासाथियोंकेसाथसत्तापरकाबिजबीजेपीनेभारतवर्षकेनक्शेकारंगहीकेसरियाकरदिया।बीजेपीनेमहज38सालोंकीअपनीयात्रामें4युगदेखेहैं-अटलयुग,आडवाणीयुग,अटल-आडवाणीयुगऔरमोदी-शाहयुग।आजबीजेपीकास्थापनादिवसहै।आइएआपकोइसपार्टीकेइन4युगोंकीकहानीबतातेहैंऔरयहभीबतातेहैंकिइसदौरानबीजेपीनेफर्शसेअर्शतककासफरकैसेतयकिया...अटलयुग:जयप्रकाशऔरगांधीकेसमाजवादसेउग्रहिंदुत्वतकअटलनेजबभारतमेंबीजेपीकेजन्मकीउद्घोषणाकीतोपार्टीनेतयकियाकिउसकारास्तापूंजीवादऔरमार्क्सवादकानहींबल्किगांधीकेसमाजवादकाहोगा।पहलेराष्ट्रीयअधिवेशनमेंअटलनेसाफशब्दोंमेंकहाकिजनतापार्टीभलेटूटगई,लेकिनजयप्रकाशकेसपनोंकोबीजेपीपूराकरेगी।पार्टीगांधीवादीसमाजवादपरचलेगी।अटलनेशिवाजीऔरमहात्माज्योतिबाफुलेकानामलेकरकमलखिलानेकासपनादेखा।लेकिन1984केचुनावोंनेइससपनेकोधराशायीकरदिया।पार्टीकोलोकसभामेंमहजदोसीटेंमिलीं।वाजपेयीतकअपनीसीटनहींबचापाएथे।पार्टीकोशायदपताचलगयाकिगांधीवादीसमाजवादकीराहपरचलवहकांग्रेसकोपरास्तनहींकरसकेगी।अटलकीउदारछविकेसाथआगेबढ़ीबीजेपीइसबीचइंदिरागांधीकीमौतकेबाददेशकीराजनीतितेजीसेकरवटलेरहीथी।मांकीमौतकेबादबहुमतकीप्रचंडलहर(404सीट)परसवारराजीवगांधीकेकार्यकालमेंशाहबानोप्रकरणऔरफिररामजन्मभूमिकातालाखुलनेकेबादभारतीयराजनीतिमेंहिंदुत्वऔरमुस्लिमतुष्टिकरणकीआक्रामकराजनीतिकादौरशुरूहुआ।बीजेपीनेयहांसेअपनास्टैंडबदला।इससेपहलेविश्वहिंदूपरिषदनेअयोध्यामेंमंदिरबनानेकाआंदोलनशुरूकरदियाथाऔररामजन्मभूमिकातालाखुलनेकीप्रतिक्रियामेंबाबरीमस्जिदऐक्शनकमिटीकागठनहोचुकाथा।आडवाणीयुग:उग्रहिंदुत्वसेबढ़े,मंडलबनामकमंडलमेंफंसेबीजेपीकीपीठपरराष्ट्रीयस्वयंसेवकसंघकाहाथथा।अटलकीउदारछविपार्टीकोमजबूतीनहींदेपारहीथी।1986मेंपार्टीकीकमानआक्रामकनेतालालकृष्णआडवाणीकेहाथोंमेंचलीगई।1987मेंतत्कालीनसरसंघचालकबालासाहेबदेवरसकेसाथअटल-आडवाणीकीबैठकहुई।सवालउठाकिकांग्रेसकैसेपराजितहोगी।तयहुआकिरास्ताराममंदिरसेनिकलेगा।बतातेहैंकिअटलइसरास्तेकेलिएपूरीतरहसेतैयारनहींथे,लेकिनआखिरकारचलनाइसीराहपरपड़ा।1989मेंबीजेपीनेवीएचपीकेराममंदिरआंदोलनकोऔपचारिकसमर्थनदेदियाऔरराममंदिरकेमुद्देपरराष्ट्रव्यापीआंदोलनशुरूहोगया।आडवाणीकेनेतृत्वमेंबीजेपीमेंउग्रहिंदुत्वकादौरशुरूहोगया।जबसंयुक्तविपक्षकाहिस्साबनीबीजेपी1989केआमचुनावोंमेंबीजेपीकोबड़ीकामयाबीहाथलगीऔरअकेलेदमपरलड़करउसने85सीटेंहासिलकीं।इसकेबादपार्टीनेवीपीसिंहकीसरकारकोअपनासमर्थनदिया।दिलचस्पयहहैकिइसगठबंधनमेंवैचारिकस्तरपरबीजेपीकेमुकाबलेदूसरेध्रुवपरखड़ेकम्युनिस्टभीशामिलथे।हालांकियहमेलज्यादादिननहींटिका।वीपीसिंहनेजबमंडलकमिशनकीसिफारिशोंकोलागूकरानेकाफैसलालिया,तोबीजेपीकोअपनेकोरवोटरोंकेदरकनेकाखतरामहसूसहुआ।खटासआनीशुरूहीहुईथीकिइसबीचसितंबर1990मेंराममंदिरकेलिएसोमनाथसेअयोध्यातककीरथयात्राशुरूहोगई।सितंबर1990मेंजबगुजरातइकाईकेसचिवकेरूपमेंमोदीतत्कालीनअध्यक्षआडवाणीकेरथयात्राकार्यक्रमऔरउसकेमार्गोंकोऔपचारिकविवरणदेरहेथे।तबशायदआडवाणीकोइसकादूरतलकअंदेशाभीनहींरहाहोगाकिवहपीएमइनवेटिंगहीरहजाएंगे,जबकिदेशमोदीमयहोजाएगा।रामरथयात्रासेशुरूहुआआडवाणीयुगरथयात्राकाकमाल,दूसरीसबसेबड़ीपार्टीबनीबीजेपी25सितंबरकोशुरूहुईइसयात्राको30अक्टूबरकोअयोध्यामेंसमाप्तहोनाथा,लेकिनरथयात्राथोड़ीलंबीखिंची।नवंबर1990मेंलालूनेऐलानकियाकिआडवाणीरथयात्रालेकरबिहारमेंआएतोउन्हेंगिरफ्तारकियाजाएगा।आडवाणीकोसमस्तीपुरमेंगिरफ्तारकरलियागया।बीजेपीकोतोजैसेमौकामिलाऔरउसनेवीपीसिंहकीसरकारगिरादी।बीचमें7महीनेकेलिएकांग्रेसकेसमर्थनसेचंद्रशेखरपीएमबने,लेकिन7महीनेबादहुए1991आमचुनावोंमेंआडवाणीकीरथयात्रानेकामकरदियाऔरबीजेपीने120सीटेंजीतलीं।2सांसदोंवालीपार्टीअबदेशकीदूसरीसबसेबड़ीपार्टीबनचुकीथी।जबहिंदुत्वकीराजनीतिमेंलगाराष्ट्रवादकातड़काबीजेपीकोरामकामहत्वसमझआगयाथा,लेकिनपार्टीकोअबइससेआगेकारास्ताभीदिखरहाथा।1991मेंआडवाणीकेबादमुरलीमनोहरजोशीपार्टीकेअध्यक्षबनगएथे।बीजेपीनेभारतीयराजनीतिमेंहिंदुत्वकेसाथराष्ट्रवादकातड़कालगानेकाफैसलाकियाऔरदिसंबर1991मेंजोशीकीतिरंगायात्रानिकली,जिसे26जनवरीकोश्रीनगरमेंतिरंगाफैलाकरखत्महोनाथा।मोदीइसयात्राकेभीसारथीबनेथेक्योंकिउन्होंनेआडवाणीकीयात्रामेंबेहतरीप्रबंधनक्षमताकापरिचयदियाथा।शायदतबहिंदुत्वकेफायरब्रैंडनेताओंमेंसेएकजोशीकोभीनहींपताथाकिआजकायहसारथीकलकाशासकबनजाएगा।बाबरीविध्वंस,सरकारोंकानुकसानझेलउठायाफायदाराममंदिरआंदोलनकेउग्रआंदोलनकीपरिणति6दिसंबर1992कोबाबरीविध्वंसकेरूपमेंहुईऔरदेशमेंदंगेभड़कउठे।यूपीकेअलावाएमपी,राजस्थानऔरहिमाचलकीबीजेपीसरकारेंबर्खास्तकरदीगईं।एकसालबादइनराज्योंमेंचुनावहुएतोराजस्थानछोड़बीजेपीहरजगहहारगई।हवालाकांडमेंआडवाणीकानामआयाऔरउन्होंनेलोकसभासेइस्तीफादेतेहुएआरोपोंसेबरीहोनेतकचुनावनहींलड़नेकाफैसलालेलिया।बीजेपीकोअंदाजाचलगयाकिकांग्रेसकोहरानेकेलिएदूसरेसहयोगियोंकीभीजरूरतपड़ेगीऔरएकबारफिरपार्टीने'उदार'अटलकीतरफदेखा।इसकेबावजूदबीजेपीफायदेमेंरहीऔरयहफायदा1996मेंदिखाअटल-आडवाणीयुग:अटलनेसंभालागठबंधन,आडवाणीनेसंगठनयहवहदौरथाजबबीजेपीकेसंगठनमेंअटलबनामआडवाणीकेचर्चेहोनेलगेथे।खैर,बीजेपीनेसत्तातकपहुंचनेकेलिएगठजोड़कोसीढ़ीबनायाऔरइसकेलिएअटलकाचेहरासामनेकियागया।1996केलोकसभाचुनावमेंबीजेपीको161सीटेंमिलींऔरआजादीकेबादपहलीबारकांग्रेसनहींबल्किकोईदूसरीपार्टीयानीबीजेपीनंबर1बनी।वाजपेयीपीएमबनेलेकिनउनकीसरकारकेवल13दिनहीचलीऔरगिरगई।वाजयेपीनेइस्तीफेकीघोषणासेपहलेलोकसभामेंअपनाप्रसिद्धभाषणदिया।दूरदर्शनकेइतिहासमेंपहलीबारकिसीनो-कॉन्फिडेंसमोशनकोलाइवदिखायागया।वाजपेयीनेभविष्यवाणीकीकिकोईभीसरकारस्थाईनहींबनेगी।उनकीयहभविष्यवाणीभीसहीसाबितहुई।इसबीचदोसरकारें(देवेगौड़ाऔरगुजरात)बनींऔरगिरीं।1998मेंमध्यावधिचुनावहुएऔरसहयोगीकेसाथएनडीएबनाबीजेपीनेचुनावलड़ाऔरपार्टीअकेले182सीटेंजीतसबसेबड़ादलबनगईऔरसहयोगियोंकेसाथवाजपेयीनेफिरसरकारबनाली।एकवोटसेसरकारगिरनेसेलगाझटकावाजपेयीकेनेतृत्वमेंयहसरकारभीनहींचलपाई।आजराज्यसभामेंबीजेपीकेसांसदसुब्रमण्यनस्वामीनेसरकारगिरानेमेंमहत्वपूर्णभूमिकानिभाई।उन्होंनेसोनियागांधीऔरजयललिताकीचायपरमीटिंगकराईऔरजयललितानेवाजपेयीसरकारसेसमर्थनवापसलेलिया।एकवोटसेवाजपेयीसरकारगिरगई।1999मेंफिरसेमध्यावधिचुनावहुए।इसीदौरानकरगिलयुद्धहुआ।एकतरफदेशकोजीतमिलीदूसरीतरफचुनावोंमेंबीजेपीजीती।सीटेंतो182हीरहींलेकिनसहयोगीदलोंकेसाथवाजपेयीनेफिरसरकारबनाली।राज्योंमेंमिलीजीत,पर2004मेंकेंद्रहाथसेगयावाजपेयीसरकारकेइसकार्यकालमेंराज्योंमेंबीजेपीकातेजीसेविस्तारहुआ।2002मेंगुजरातकेअलावा2003मेंछत्तीसगढ़,राजस्थानऔरमध्यप्रदेशमेंबीजेपीकीसरकारबनी।बीजेपीनेआत्मविश्वासमेंइंडियाशाइनिंगकानारादिया।लेकिनपार्टीकेलिएयहअतिआत्मविश्वाससाबितहुआ।2004केचुनावमेंपार्टीबुरीतरहहारी।बीजेपीको136सीटेंमिलींऔरकांग्रेसकीअगुवाईमेंयूपीएकीसरकारबनी।जबअटलनेकहा,अबआडवाणीकेनेतृत्वमेंबढ़ेंगे2004कीहारएकतरहसेअटलकेराजनीतिकजीवनकोखत्मकरनेवालीसाबितहुई।हारकेबादआडवाणीपार्टीकेअध्यक्षबननेकेसाथहीनेताविपक्षभीबने।वाजपेयीनेऐलानकरदियाकिआडवाणीकेनेतृत्वमेंहीआगेबढ़ेंगे।लेकिनआडवाणीकीअगुवाईमेंपार्टीसवालोंसेघिरनेलगी।पहलेउमाभारतीनेसार्वजनिकतौरपरसवालउठाएऔरपार्टीसेनिकालीगईं।फिरजिन्नाकीमजारमेंजाकरआडवाणीउन्हेंधर्मनिरपेक्षनेताबताआए।आडवाणीकोइस्तीफादेनापड़ा।राजनाथसिंहनएअध्यक्षबने।आडवाणीPMइनवेटिंगहीरहगए2009मेंआडवाणीहीपीएमउम्मीदवारबने,लेकिनबीजेपीनसिर्फचुनावहारीबल्किसीटें112तकसिमटगईं।आडवाणीनाकामहोकरपीएमइनवेटिंगकाखिताबपाचुकेथे।लोकसभामेंसुषमास्वराजऔरराज्यसभामेंजेटलीविपक्षकेनेताबनाएजाचुकेथे।एकतरहसेबीजेपीनेयहअटल-आडवाणीयुगकीसमाप्तिथी।2014मेंमोदीमयहुआदेशमोदी-शाहयुग:राजनाथकैप्टनबने,शाहबनगएमैनऑफदमैचआडवाणीकेकमजोरपड़तेहीबीजेपीमेंसत्ताकेकईकेंद्रदिखनेलगेथे।इसबीचकरप्शनकेआरोपलगनेकेकारणगडकरीकोपार्टीअध्यक्षपदछोड़नापड़ाथा।गडकरीकीजगहराजनाथसिंहकोअध्यक्षबनायागया।इधर2012मेंनरेंद्रमोदीनेगुजरातमेंजीतकीहैटट्रिकलगादी।अबउनकीनजरदिल्लीपरथी।2013मेंगोवाअधिवेशनमेंराजनाथसिंहनेनरेंद्रमोदीकोइलेक्शनकैंपेनकमिटीकाचेयरमैनबनानेकीघोषणाकरदी।फिरआडवाणीकीजाहिरआपत्तियोंकेबावजूदमोदीकोबीजेपीनेपीएमकैंडिडेटबनाया।2014केचुनावोंकेलिएमोदीनेधुंआधारप्रचारकिया।अच्छेदिनोंकेवादेकिए।सबकासाथ,सबकेविकासकीबातकही।मोदीनेदेशसे300सेअधिकसीटेंमांगी।देशने300तोनहीं,लेकिन282सीटेंदेकर1984केबादफिरएकबारपूर्णबहुमतकीसरकारबनादी।2पार्टीवालीबीजेपी2014मेंअकेलेदमपरसत्ताबनानेकीताकतवालीहोगई।मोदीनेएकबारफिरकरिश्माईनेतृत्वकीताकतकोसचकिया।ब्रैंडमोदीनेबीजेपीकोवहदियाजोअटल-आडवाणीकीजोड़ीभीनहींदेपाई।चुनावोंमेंजीतकेबादपीएमबनेमोदीनेकहाकिइसजीतकेकैप्टनराजनाथसिंहथेऔरमैनऑफदमैचअमितशाह।यहएकतरहसेबीजेपीमेंमोदी-शाहयुगकीशुरुआतथी,जिसकेअंदरपार्टीकोकईसफलताएंदेखनीबाकीथीं।पूर्वोत्तरमेंबजाडंका,देशव्यापीहुईबीजेपी,कांग्रेसऔरसिमटी2014केचुनावोंकेबादभीमोदी-शाहकेनेतृत्वमेंबीजेपीकाविजयरथचलताचलाजारहाहै।2014केबादबीजेपीनेमहाराष्ट,हरियाणाऔरझारखंडऔरजम्मू-कश्मीरजैसेराज्योंमेंसरकारबनाई।चारोंहीराज्योंमेंकांग्रेससत्तामेंभागीदारथी।हरियाणमेंवहअपनेबूतेसरकारचलारहीथीऔरबाकीतीनोंराज्योंमेंउसकीगठबंधनकीसरकारथी।हरियाणा,झारखंडऔरमहाराष्ट्रमेंबीजेपीकांग्रेससेकुर्सीछीननेमेंसफलरही,जबकिजम्मू-कश्मीरमेंपीडीपीकेसाथउसकीगठबंधनकीसरकारहै।2016मेंबीजेपीनेपूर्वोत्तरमेंविजयनादकिया।असमसेकांग्रेसकोसत्तामेंबेदखलकिया।2017केशुरूमें5राज्योंमेंचुनावहुए,जिसमेंसेपंजाबमेंकांग्रेसनेअकाली-बीजेपीकोधूलचटाई,लेकिनउत्तराखंडऔरमणिपुरउसेबीजेपीकेहाथोंगंवानीपड़ी।वैसे,गोवाऔरमणिपुरमेंकांग्रेससबसेबड़ीपार्टीबनकरउभरीथीलेकिनसरकारबनानेमेंबीजेपीकामयाबरही।यूपीविधानसभाचुनावोंमेंमोदी-शाहकेनेतृत्वमेंबीजेपीनेएसपी-बीएसपी-कांग्रेसकोपरास्तकरप्रचंडबहुमतसेयोगीकीताजपोशीकराई।गुजरातमेंबीजेपीएकबारफिरअपनागढ़बचानेमेंकामयाबरही,जबकिहिमाचलप्रदेशमेंउसनेकांग्रेसकोहरासरकारबनाई।अमितशाहकीअध्यक्षतामेंतेजीसेहुआबीजेपीकाविस्तारपूर्वोत्तरमेंभीलहरायापरचमइससालत्रिपुरा,नगालैंडऔरमेघालयचुनावभीबीजेपीकेलिएखुशखबरीलेकरआए।त्रिपुरामेंबीजेपीने25सालपुरानीवामपंथीसरकारकोसत्तासेबेदखलकरदिया।वहीं,नगालैंडऔरमेघालयमेंभीबीजेपीगठबंधनकेसाथसरकारबनानेमेंसफलरही।मेघालयमेंइससेपहलेकांग्रेसपार्टीकीसरकारथी,लेकिनविधानसभाचुनावमेंसबसेअधिकसीटेंजीतनेकेबादभीकांग्रेससरकारबनानेमेंअसफलरही।असंभवकोसंभवकरतीमोदी-शाहकीजोड़ीयानीमोदी-शाहकीजोड़ीनेबीजेपीकेलिएएकसमयअसंभवदिखरहीचीजोंकोभीसंभवकरदिखाया।आजअगरराजनीतिकदलोंकेहिसाबसेभारतकानक्शादेखेंतोतस्वीरभगवानजरआतीहै।हालांकि2014केबादसेहुएलोकसभाकेअधिकउपचुनावोंमेंबीजेपीकोहारकासामनाकरनापड़ाहै।गुजरातमेंभीकांग्रेसनेबीजेपीकोअच्छीचुनौतीदीहै।मईमेंकर्नाटककेचुनावहोनेहैंऔर2019सेपहलेराजस्थान,मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़मेंभीरणसजनाहै।विपक्षदलितों,अल्पसंख्यकोंकेमुद्देकोलेकरहमलवारहै।बैंकिंगघोटालेऔरकिसानोंकेमुद्दोंपरमोदीसरकारघिरतीदिखरहीहै।ऐसेमेंबीजेपीकेसामनेचुनौतीहैकिवह2019मेंभीब्रैंडमोदीकोकैसेकायमरखेगी।यहमोदी-शाहयुगकेलिएभीएकबड़ीपरीक्षाहै।