अध्यापकों ने नई नीति का किया विरोध

संवादसूत्र,बरनाला:टेटपासबेरोजगारअध्यापकयूनियनपंजाबद्वाराप्रदेशसरकारकीनईरेशनेलाइजेशननीतिकासख्तविरोधकियाहै।उन्होंनेइसेशिक्षाअधिकारएक्ट-2009केनियमोंकीउल्लंघनवअध्यापकोंकीबर्बादीकरनेवालीनीतिकरारदियाहै।इसअवसरपरप्रदेशप्रधानसुख¨वदर¨सहढिल्लवांनेबतायाकिविद्याथियोंकेसर्वपक्षीयविकासकेलिएसभीसंबंधितविषयोंकीजानकारीदेनेकेलिएसरकारद्वाराशिक्षाअधिकारएक्ट-2009बनायागयाथा,जिसकेअधीनविद्यार्थियोंकीसंख्या6वींसे8वींकक्षातकप्रतिसेक्शन30विद्यार्थी,9वींसे10वींतक40व11वींव12वींतक45विद्यार्थीप्रतिसेक्शनचलरहेहैं।उन्होंनेकहाकिनईरेशनलाइजेशननीतिकेतहत6वींसे8वींतकप्रतिसैक्शन50विद्यार्थी,9वींसे12वींतक55विद्यार्थीप्रतिसेक्शनदिखाएगएहै,जोकिशिक्षाअधिकारएक्ट-2009केनियमोंकीउल्लंघनाहै।उन्होंनेकहाकिपहलेसभीकक्षाओंके9पीरियडहोतेथे,जबकिअब8करदिएहैं,जिसकारण11प्रतिशतपदभारपहलेभीसरपल्सहोचुकेहैं।उन्होंनेप्रदेशसरकारसेमांगकीकिरेशनेलाइजेशनकीउपयुक्तनीतिबनाईजाए।जिससेअध्यापकोंकीपरेशानीकमहो।

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